ट्रंप बोले- मैंने रोका भारत-पाक युद्ध, कांग्रेस ने पूछा- पीएम मोदी अब भी क्यों खामोश?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान को लेकर एक बार फिर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि पीएम मोदी को यह बता देना चाहिए कि ट्रंप जो बार-बार दावा कर रहे कि भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम उन्होंने की करवाया, तो क्या उनका दावा सही है. पीएम इस बात को लेकर चुप्पी क्यों साध लेते हैं?. दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को अपने एक बयान में फिर से कहा कि अगर वह भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम नहीं करवाते तो युद्ध की स्थिति बहुत भयावह हो जाती. उन्होंने दोनों देशों को युद्ध विराम के लिए राजी करवाया. ट्रंप ने कहा कि मैंने भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापारिक दबाव डालकर दोनों देशों के बीच युद्ध विराम करवाया है.
पिछले 21 दिनों में 11वीं बार दिया ऐसा बयान
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्रंप के दावे को लेकर केंद्र सरकार को घेरा. उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि यह 21 दिनों में 11वीं बार है, जब प्रधानमंत्री के प्रिय मित्र ने भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर करवाने का श्रेय खुद को दिया है. ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने दोनों देशों पर व्यापारिक दबाव डालकर इस संघर्ष को रुकवाया है. कांग्रेस नेता जयराम ने कहा कि इतना ही नहीं इससे पहले ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान को एक जैसा बताया था, जबकि भारत की अर्थव्यवस्था पाकिस्तान की तुलना में 10 गुना बढ़ी हैं. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी आखिर अपने जिगरी मित्र ट्रंप के इस तरह के बेबुनियादी बयानों को सुनकर कब तक चुप रहेंगे?.
इससे पहले भी ट्रंप-मोदी की दोस्ती पर साधा निशाना
यह पहली बार नहीं हुआ, जब जयराम ने ट्रंप के किसी बयान को लेकर मोदी के ऊपर निशाना साधा हो. इससे पहले ट्रंप के टैरिफ वार को लेकर जयराम ने कहा था कि हमारे प्रधानमंत्री टैरिफ के बारे में सुनना नहीं चाहते हैं. वह केवल अपनी और अपने कामों की तारीफ सुनना चाहते हैं इसलिए प्रधानमंत्री मोदी ट्रंप के टैरिफ वार को लेकर चुप हैं. 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बहुत अधिक बढ़ गया था. चार दिनों तक भारत पाक सीमा पर भीषण लड़ाई हुई. इसके बाद 10 मई को दोनों देश युद्ध विराम पर सहमत हुए. इस युद्धविराम का श्रेय अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुद को दिया था. हालांकि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सीजफायर में ट्रंप की मध्यस्थता को नकारते हुए कहा था कि सीजफायर के लिए दोनों देशों के डीजीएमओ ने आपस में बात की थी.